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बाथोफोबिया: गहरे पानी से डर लगना। विशेषज्ञों से जानें इस स्थिति के बारे में।

August 11, 2025

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हर किसी व्यक्ति के मन में किसी ना किसी चीज को लेकर डर होता है। ऐसे में किसी एक खास तरह की चीजों को लेकर डरते रहना एक तरह की मानसिक समस्या होती है। इस तरीके की समस्या को मेडिकल साइंस में फोबिया के नाम दिया गया है। आम तोर पर कई तरह के फोबिया होते हैं जैसे ऊंचाई से डरना, पानी में डूबने का डर और पानी की गहराई से डरना आदि। जिन भी लोगों को गहरी चीजों से डर लगता है, उसको बाथोफोबिया के नाम से जाना जाता है। हालांकि बाथोफोबिया जैसी स्थिति पर और भी रिसर्च की जा रही है। बाथोफोबिया में व्यक्ति के मन में गिरने या ऐसी किसी भी चीज़ में गिरने का डर महसूस हो सकता है जो उसकी नज़रों में लंबी या फिर गहरी हो। इस लेख के माध्यम से इसके बारे में जानकारी लेंगे कि बाथोफोबिया क्या है? और इसके क्या कारण हो सकते हैं?

बाथोफोबिया क्या है?

बाथोफोबिया से पीड़ित लोगों को पानी के बारे में सोचते या फिर उसको देखते समय बहुत ज्यादा डर या चिंता हो सकती है। बाथोफोबिया में व्यक्ति को पानी की गहराई के प्रति एक असामान्य और बहुत ज्यादा डर है। यह फोबिया गहरी खाई, गहरे पानी, या ऊंचाई से नीचे की तरफ देखने पर व्यक्ति को बहुत ज्यादा डरा सकता है। इसका डर व्यक्ति को सिर्फ एक वास्तविक गहराई से ही नहीं होता बल्कि किसी काल्पनिक गहराई या फिर उस गहरे स्थान के बारे में सोचने पर भी पैदा हो सकता है।

बाथोफोबिया के लक्षण

आम तौर पर व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक स्थिति दोनों को ही बाथोफोबिया के लक्षण प्रभावित कर सकते हैं। ये लक्षण आम तौर पर हल्के से लेकर गंभीर हो सकते हैं और यह एक व्यक्ति पर भी निर्भर करता है।

मानसिक लक्षण

.गहराई से जुड़े स्थानों के बारे में सोचते ही बहुत ज्यादा डर और चिंता होना।
.गहरी खाई, गहरे पानी, या गहरी घाटियों की तस्वीरों को देखने मात्र डर जाना।
.गहरे स्थानों पर जाने की संभावना से बचने का प्रयास करना।
.ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई का होना।
.गहरी जगह पर खड़े होने की कल्पना एक कल्पना मात्र से पैनिक अटैक का आना।
.अपने आप से जुदा होने का अहसास होना।
. हकीकत से दूर और खोया हुआ महसूस करना।

शारीरिक लक्षण

.ब्लड प्रेशर का बढ़ना
.बहुत ज्यादा पसीना आना
.सांस लेने में कठिनाई का होना।
.शरीर का कांपना या फिर कमजोरी होना।
.चक्कर आना।
.मतली या पेट में मरोड़ होना।
.हाथ-पैरों का ठंडा हो जाना।

व्यावहारिक लक्षण

.गहराई वाले स्थानों से अपना बचाव करने के लिए बहुत ज्यादा सावधानी को बरतना।
.गहराई वाले या किसी भी स्थान पर जाने से पहले गहराई के बारे में जानकारी लेना।
.गहराई संबंधित विषयों पर चर्चा से भी अपना बचाव करना।

बाथोफोबिया के कारण

आम तौर पर एक व्यक्ति को बाथोफोबिया होने के कई कारण हो सकते हैं। यह बचपन के अनुभव, मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति और आनुवंशिक कारणों से भी उत्पन्न हो सकता है।

. बचपन का सदमा

अगर कोई व्यक्ति बचपन में गहरे पानी में गिर गया हो, या फिर गहरी खाई में फस गया हो उसका यही अनुभव बाथोफोबिया का कारण बन सकता है। बचपन में गहराई से जुड़ा हुआ कोई डरावना अनुभव, जैसे की डूबने का खतरा भी बाथोफोबिया का कारण बन सकता है।

. परिवार के सदस्यों से आदत को देखना

अगर किसी व्यक्ति ने बचपन में अपने किसी परिवार के सदस्य या फिर अपने माता पिता को गहराई से डरते हुए देखा हो, तो वह डर उस के मन में बैठ सकता है और वह आगे जाकर उसी डर को सीख सकता है। इसके साथ ही अगर कोई व्यक्ति समाज या दोस्तों के बीच गहराई से जुड़ी नकारात्मक कहानियों को सुनता है तो इन कहानियों का प्रभाव भी उस व्यक्ति के मन में डर पैदा कर सकता है।

आनुवंशिक कारण

आम तौर पर कुछ लोगों के मन में डर के प्रति संवेदनशीलता बहुत ज्यादा होती है, जो की उन लोगों के दिमाग के कामों से जुड़ी हो सकती है। अगर पानी की गहराई को लेकर घर के किसी सदस्य को फोबिया है, तो इसकी संभावना अगली पीढ़ी में भी पाई जा सकती है।
मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं
आज के समय में सभी को चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्या बनी हुई है। अगर किसी व्यक्ति को यह समस्या पहले से ही है, तो उस व्यक्ति को बाथोफोबिया विकसित होने का खतरा बहुत ज्यादा हो सकता है।

बाथोफोबिया को कैसे रोकें?

. अपना स्वस्थ शारीरिक और मानसिक सेहत के संतुलन को बना कर रखें।

. अपने डर को बहुत ज्यादा सकारात्मक और उत्साहजनक स्थितियों में प्रकट करके इसको मॉड्यूल करें।

. आप एक आरामदायक और सुरक्षित वातावरण में अपने डर का सामना करने का प्रयास करें।

. सहायता समूहों में अपने आप को शामिल करें, अपने व्यक्तिगत विकास और समझ रखने के लिए

निष्कर्ष

आम तोर पर बाथोफोबिया किसी को भी और किसी भी उम्र में हो सकता है। ऐसी स्थिति में किसी व्यक्ति को गहरी खाई, गहरे पानी, या ऊंचाई से नीचे की तरफ देखने पर बहुत ज्यादा डर लगता है। यह बचपन का सदमा, परिवार के सदस्यों से आदत को देखना, आनुवंशिक कारण और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं व्यक्ति में बाथोफोबिया का कारण बनती है। अगर आपको अपने अंदर या घर के किसी स्वास्थ्य में इसके लक्षण दिखाई दें, तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। अगर आप भी बाथोफोबिया की समस्या गंभीर रूप से परेशान हैं, आप इसका इलाज और इसके बारे में जानकारी को लेना चाहते हैं तो आप आज ही मानस अस्पताल जाके अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके बारे में जानकारी को प्राप्त कर कर सकते हैं |