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साइकैट्रिस्ट से जाने बच्चो को डिसिप्लिन में रखने का राज ?

बेस्ट साइकेट्रिस्ट की मदद से बच्चों ने कैसे सीखा अनुशाशन में रहना ?

May 2, 2023

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आज के समय की अगर बात करे, तो बच्चो में अनुशाशन को लाना बहुत ही जरूरी है, नहीं तो आगे चल के काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, उनको भी और हमे भी। साथ ही हम ये बात भी करेंगे की बच्चो में इसकी कमी क्यों आती है। क्या उनमे इस कमी को दूर किया जा सकता है। इसके इलावा माता पिता की क्या भूमिका होती है, बच्चो में अनुशाशन को लाने में जैसे तमाम प्रश्नों का उत्तर हम आज के इस लेख में प्रस्तुत करेंगे ;

बच्चो में अनुशाशन की कमी क्यों होती है ?

बच्चो में अनुशाशन की कमी क्यों होती है, के बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;

  • पहला कारण तो उनमे अनुशाशन की कमी का ये है, कि उनके घर में माहौल कैसा है। मतलब माता-पिता कैसे एक दूसरे से बात करते है। क्युकि बच्चा अपने घर से ज्यादा सीखता है।
  • दूसरी बात अगर वो बाहर के माहौल में सबसे मिलता है, तो वहा उसे कैसे लोग मिलते है।
  • उसके दोस्त कैसे है, या बच्चा कैसी संगत में रह रहा है।
  • ध्यान देने वाली बात ये भी है, कि आपका बच्चा कितनी मात्रा में मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करता है। क्युकि आज के समय में मोबाइल और इंटनेट भी बच्चो को बिगाड़ने या अनुशाशन में नहीं रहने देती।

बच्चो में किसी कारण की वजह से अगर अनुशाशन में कमी नज़र आए तो बेस्ट साइकेट्रिस्ट लुधियाना से जरूर सम्पर्क करे।

क्या बच्चो में अनुशाशन को लाने में माता-पिता का अहम स्थान है ?

बिल्कुल अहम स्थान होता है, माता-पिता का अनुशाशन को बनाए रखने में ;

  • बता दे की माँ-बाप हर स्टेज में बच्चो का साथ अच्छे से निभाते है, तो वही आज हम बात करेंगे की माता-पिता को क्या करना चाहिए, जिससे बच्चे अनुशाशन में रह सके ;
  • सबसे पहला कदम उन्हे ये उठाना चाहिए, की उनका बच्चा उनसे अच्छे से बात कर सके, इसके लिए माता पिता को बच्चों के साथ मित्रता बना कर रखना चाहिए।
  • गलती होने पर बच्चो पर हाथ न उठाए, बल्कि प्यार से उन्हें समझाए।
  • बच्चे को अनुशाशन में रखने के लिए माता-पिता को हमेशा अपने बच्चे को सकारात्मकता की तरफ लेकर जाना चाहिए।
  • अगर आपका बच्चा आपसे खुल कर बात नहीं कर पा रहा है। तो बार-बार प्रयास करते रहे, ताकि वो आपसे बात कर पाए।
  • इसके इलावा आप बच्चे को अनुशाशन में रखने के लिए कुछ नियम उन्हें बताए और उन्हें तोड़ने पर उसका अंजाम क्या होगा ये भी उन्हें अच्छे से बताए।
  • अगर आप अपने बच्चे को चाहते है की वो अनुशाशन में रहे, तो आपको अपने बच्चे को बंदिश नहीं रखना चाहिए।

अगर माता-पिता के समझाने के बाद भी बच्चा अनुशाशन को तोड़ने से बाज नहीं आ रहा, तो आपको मानसिक रोग विशेषज्ञ पंजाब के संपर्क में जरूर से आना चाहिए।

सुझाव :

अगर आपके बच्चे में भी अनुशाशन कमी की समस्या काफी दिनों से है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करे। क्युकि आपका बच्चा हो सकता है, किसी मानसिक रोग से ग्रस्त न हो। इसलिए बिना समय गवाए अगर आपके बच्चे में अनुशाशन की कमी नज़र आए तो आपको किसी अच्छे मानसिक हॉस्पिटल के संपर्क में आना चाहिए। या आप मानस हॉस्पिटल का चुनाव भी कर सकते है, इस समस्या से अपने बच्चे को बाहर निकलवाने के लिए।

निष्कर्ष :

उपरोक्त बातो का ध्यान रखके, व अनुशाशन के कठोर नियम न बना कर, आप अपने बच्चे को आसानी से अनुशाशन की पटरी पर ला सकते हो।